हे ! मातृभूमि तुमको सौ-सौ बार प्रणाम !
हे ! मातृभूमि तेरी गोद में गांधी, बुद्ध और राम सोये हुए हैं !
अमर पुरुषों को जन्म देनेवाली मातृभूमि, तुमको सौ-सौ बार प्रणाम करता हूँ !
हे मातृभूमि ! तुम्हारे यहाँ के खेत हरे-भरे हैं ।
हे मातृभूमि ! तुम्हारे यहाँ के वन - उपवन पल -पूलों से भरे हुए हैं ।
हे मातृभूमि ! आप बिना रुकावट से बाँट रही हैं - सुख-संपत्ति, धन -धाम। हे मातृभूमि ! आपको सौ-सौ बार प्रणाम !
हे मातृभूमि ! आपके एक हाथ में न्याय का ध्वज है तो दूसरे हाथ में ज्ञान का दीपक है।
हे मातृभूमि ! आप जग के रूप को बदल दीजिए ...
हे मातृभूमि ! हम करोड़ों भारतवासी आपके आज आपके साथ हैं ..