Prarthana poem notes इस Post में 8वीं कक्षा तृतीय भाषा हिंदी विषय से संबंधित प्रार्थना कविता के अभ्यास प्रश्नोत्तर, कवितांश एवं भावार्थ को बहुत ही विस्तार से लिखा गया है।
यह Prarthana poem notes छात्रों के लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है। इस लेख को पूरा पढ़कर इसकी तैयारी करने से कविता संबंधित सारे doubts क्लियर हो जाएंगे।
Prarthana poem notes
I. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :
1. बीती बातों इसका क्या मतलब है ?
उत्तर. बीती बातों का अर्थ है- पुरानी अनावश्यक बातें ।
2. हमें कैसे रहना चाहिए ?
उत्तर. हमें मिलजुलकर रहना चाहिए ।
3. हठ छोड़कर हमें क्या अपनाना चाहिए ?
उत्तर. हमें संयम अपनाना चाहिए ।
4. छोटे-बडों को मिलकर क्या करना चाहिए ?
उत्तर. छोटे-बड़ों को मिलकर गिरे हुए को उठाना चाहिए ।
5. हमें किस पर बलि-बलि जाना चाहिए ?
उत्तर. हमें मातृभूमि पर बलि-बलि जाना चाहिए ।
6. भगवान से हमें क्या माँगना चाहिए?
उत्तर. हमें किसी का अपमान न करने की मति माँगना चाहिए ।
II. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :
1. ‘एक रहें सद्भाव रखें हम’ – इस पर आप क्या सोचते हैं?
उत्तर. हमें मिलजुलकर एकता से रहना चाहिए और समाज में सद्भाव (अच्छी भावना) जैसे गुणों को अपनाकर जीवन निर्वाह करना चाहिए ।
2. ‘गिरे हुए को तुरत उठाएँ – ‘गिरे हुए’ का कया अर्थ है ? उसे कैसे उठाना चाहिए ?
उत्तर. ‘गिरे हुए’ का अर्थ है – पिछड़ा या जरूरत मंद व्यक्ति। समाज के सभी छोटे बड़ों को मिलकर पिछड़े या जरूरत मंद लोगों को उन्नति के मार्ग पर ले जाने का कार्य करनि चाहिए।
3. ‘हठ छोडे संयम अपनाएँ – इस वाक्य से क्या अर्थ प्रकट होता है ?
उत्तर. हमें ज़िद्द करने जैसी भावना को छोड़ना चाहिए। हमें सहनशील एवं आत्मनियंत्रण जैसे गुणों को अपनाना चाहिए । क्रोध बिलकुल नहीं करना चाहिए ।
III. नमूने के अनुसार तुकवाले शब्द लिखिए :
अपनाएँ ➖ बिसराएँ
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विचारें – बिचारें
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उठाएँ – बिठाएँ
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अपमान – भगवान
IV. पद्मभाग पूर्ण कीजिए :
मिलकर रहें, नियम अपनाएँ ।
बीती बातों को बिसराएँ ।।
छोटे बड़े सभी मिल जाएँ ।
गिरे हुए को तुरंत उठाएँ । ।।
V. खाली जगह भरिए :
-
भले काम पर ……..……।
-
बीती बातों को ……………।
-
एक रहें …… ……….. रखें हम ।
-
हठ छोडे…… अपनाएँ ।
उत्तर:
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जीवन वारें
-
बिसराएँ
-
सद्भाव
-
संयम
Prarthana poem notes (कवितांश) :
सच बोलें सच बात विचारें।
भले काम पर जीवन वारें ।।
मिलकर रहें, नियम अपनाएँ।
बीती बातों को बिसराएँ ।।
छोटे-बड़े सभी मिल जाएँ।
गिरे हुए को तुरत उठाएँ ।।
करें किसी का न अपमान ।
ऐसी ही मति दो भगवान ।।
एक रहें सद्भाव रखें हम।
देश-देश में मान रखें हम ।।
हठ छोड़ें, संयम अपनाएँ।
मातृभूमि पर बलि-बलि जाएँ ।।
Prarthana poem summary in hindi :
भावार्थ:
हमें जीवन में सच बोलना है और सच्ची बातों पर ही विचार करना है। अच्छे काम के लिए अपने आपको समर्पित करना है। मिलकर रहकर नियमों का पालन करना है। साथ ही बीती या अनुपयोगी बातों को भूल जाना है।
छोटे-बड़े सभी मिलकर रहना है। जरूरतमंद या कमजोर की मदद करनी है। हमें भगवान से यह प्रार्थना करना है कि हम अपने जीवन में किसी का भी अपमान न करें।
हमें एक रहना है। सबके प्रति भाईचारे की भावना रखनी है। देश-प्रदेश के प्रति सम्मान रखना है। जीवन में हठ छोड़कर संयम अपनाना है। मातृभूमि की सेवा के लिए अपने आपको समर्पित करना है।
Prarthana poem bhavarth in kannada :
ನಾವು ಜೀವನದಲ್ಲಿ ಸತ್ಯವನ್ನೇ ಮಾತನಾಡಬೇಕು ಹಾಗೂ ಸತ್ಯದ ಬಗ್ಗೆ ಮಾತ್ರ ಯೋಚಿಸಬೇಕು. ಒಳ್ಳೆಯ ಕೆಲಸಕ್ಕೆ ನಮ್ಮನ್ನು ನಾವು ಅರ್ಪಿಸಿಕೊಳ್ಳಬೇಕು. ನಾವು ಒಟ್ಟಿಗೆ ವಾಸಿಸಬೇಕು ಮತ್ತು ನಿಯಮಗಳನ್ನು ಅನುಸರಿಸಬೇಕು. ಅಲ್ಲದೆ, ಹಿಂದಿನ ಅಥವಾ ಅನುಪಯುಕ್ತ ವಿಷಯಗಳನ್ನು ಮರೆತುಬಿಡಬೇಕು.
ದೊಡ್ಡವರಿರಲಿ, ಚಿಕ್ಕವರಿರಲಿ ಎಲ್ಲರೂ ಒಟ್ಟಿಗೆ ಬಾಳಬೇಕು. ನಿರ್ಗತಿಕರಿಗೆ ಅಥವಾ ದುರ್ಬಲರಿಗೆ ಸಹಾಯ ಮಾಡಬೇಕು. ನಾವು ನಮ್ಮ ಜೀವನದಲ್ಲಿ ಯಾರನ್ನೂ ಅವಮಾನಿಸದಂತೆ ದೇವರಲ್ಲಿ ಪ್ರಾರ್ಥಿಸಬೇಕು.
ನಾವು ಒಗ್ಗಟ್ಟಾಗಿ ಇದ್ದು, ಪ್ರತಿಯೊಬ್ಬರನ್ನೂ ಭ್ರಾತೃತ್ವ ಭಾವನೆಯಿಂದ ಕಾಣಬೇಕು. ದೇಶ ಮತ್ತು ರಾಜ್ಯವನ್ನು ಗೌರವಿಸಬೇಕು. ಜೀವನದಲ್ಲಿ ಹಠ ಮಾಡುವುದನ್ನು ಬಿಟ್ಟು ತಾಳ್ಮೆಯಿಂದ ಬದುಕುವುದನ್ನು ಕಲಿಯಬೇಕು. ಮಾತೃಭೂಮಿಯ ಸೇವೆಗೆ ತನ್ನನ್ನು ತಾನು ಸಮರ್ಪಿಸಿಕೊಳ್ಳಬೇಕು.
Conclusion :
मुझे उम्मीद है कि इस Prarthana poem notes को पढ़ने के बाद कविता संबंधित आपकी सभी शंकाएं दूर हो चुकी हैं। प्रिय छात्रों इस पोस्ट के बारे में आपको कुछ कहना है तो जरूर कॉमेंट बॉक्स में लिखिएगा।
Best of luck