इस पोस्ट के अंतर्गत आप 9वीं कक्षा से संबंधित Cherrapunji se aaya hu lesson notes को पढ़ सकते हैं। इसमें लेखक परिचय, शब्दार्थ, सभी प्रश्नों के उत्तर एवं पाठ के सारांश को लिखा गया है। ये सारे उत्तर छात्रों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।
प्रिय छात्रों आपसे अनुरोध है कि आप इसका नोट्स बना कर उसका अभ्यास करें। इससे न सिर्फ पाठ को समझने में आसानी होगी बल्कि परीक्षा में भी बहुत ही अच्छे अंक मिलेंगे। तो चलिए इस Cherrapunji se aaya hu lesson notes को पढ़ना शुरू करते हैं।
Cherrapunji se aaya hu lesson notes :
Cherrapunji se aaya hu lesson – लेखक परिचय :
लेखक का नाम | प्रदीप पंत |
जन्म | 24 अप्रैल 1941 |
स्थान | लखनऊ, हलद्वानी, उत्तराखंड |
उपन्यास | 6 उपन्यास प्रकाशीत हुए हैं |
कन्नड़ रचना | ನ್ಯಾಯ ಮತ್ತು ಇತರ ಕಥೆಗಳು |
पुरस्कार | यूरोप – भ्रमण पुरस्कार प्रेमचंद अनुशंसा पुरस्कार साहित्यिक कृति पुरस्कार व्यंग्यश्री सम्मान |
Cherrapunji se aaya hu lesson – शब्दार्थ :
उमड़ – घुमड़ | चारों ओर से घिरना |
हरीतिमा | हरियाली |
दरख्त | पेड़ |
पटा | भरा |
बूँदाबाँदी | वर्षा |
खपत | माल की बिक्री |
पनबिजली | जलविद्युत |
निहारना | ध्यानपूर्वक देखना |
कुहरा | कोहरा |
अंचल | प्रांत |
वर्चस्व | प्राबल्य |
घुसना | प्रवेश करना |
तमाम | सारा, समस्त |
सौदा | वस्तु |
बेहिचक | निस्संकोच |
मोड़ | घुमावदार रास्ते |
प्रपात | जलधारा, जलपात |
बेरोकटोक | बिना रुकावट |
लुका-छिपी | आँख-मिचौली |
सतह | वस्तु का ऊपरी भाग |
मशाल | कपड़े की बत्ती |
I. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :
1. किस राज्य को बादलों का घर कहते हैं ?
उत्तर : मेघालय राज्य को बादलों का घर कहते हैं।
2. जीप में लेखक के साथ और कौन बैठे हैं ?
उत्तर : जीप में लेखक के साथ राज्य के एक अधिकारी श्री संगमा और दो दोस्त बैठे हैं।
3. मेघालय के तीन पर्वतीय अंचलों का नाम लिखिए।
उत्तर : मेघालय के तीन पर्वतीय अंचलों का नाम है – खासी पर्वत, गारो पर्वत तथा जयंतिया पर्वत।
4. मेघालय में हर कहीं कौन-सी पारिवारिक व्यवस्था है ?
उत्तर : मेघालय में हर कहीं मातृसत्तात्मक पारिवारिक व्यवस्था है।
5. नोहशंगथियांग प्रपात किस नाम से लोकप्रिय है ?
उत्तर : नोशंगथियांग प्रपात ‘मॉसमाई’ प्रपात के नाम से लोकप्रिय है।
6. गारो समूह किस जाति का अंग माना जाता है ?
उत्तर : गारो समूह बोडो जाति का अंग माना जाता है।
II. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :
1. बिजली उत्पादन के बारे में संगमा ने क्या कहा ?
उत्तर : संगमा ने कहा- “मेघालय में खपत से ज्यादा बिजली का उत्पादन होता है। इसलिए अतिरिक्त बिजली को अन्य राज्यों को दे देते हैं।
2. ‘माइती बाज़ार’ के बारे में तीन वाक्य लिखिए।
उत्तर : माइती बाज़ार का अर्थ है ‘माँ का बाज़ार’। इस बाज़ार में महिलाएँ दिन भर सामान की बिक्री एवं खरीदारी करती हैं। इन महिलाओं में आपस में कभी भी किसी प्रकार का भी वर्ग – भेद नहीं होता है।
3. चेरापूँजी की विशेषता क्या है ?
उत्तर : चेरापूँजी समुद्र की सतह से करीब 1300 मीटर ऊपर है। यहाँ साल भर वर्षा होती रहती है इसलिए विश्व में सबसे अधिक वर्षा वाले स्थान के लिए प्रसिद्ध है।
4. मॉसमाई गाँव की गुफाएँ कैसी हैं ?
मॉसमाई गाँव की गुफाएँ बहुत ही अँधेरी हैं अतः मशाल या टार्च जलाए बिना इनमें प्रवेश नहीं कर सकते। इनके भीतर अगल-बगल, ऊपर-नीचे पत्थर हैं! सदियों से ये गुफाएँ इसी तरह हैं और दूर, बहुत दूर तक चली गई हैं।
III. द्वित्व शब्दों को पाठ में से चुनकर लिखिए :
उदा : उमड़ते – घुमड़ते
- ऊँचा – नीचा
- रीति – रिवाज़
- कल-कल – छल-छल
- अगल – बगल
- ऊपर – नीचे
IV. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए :
- मेघालय की राजधानी है शिलांग।
- चेरापूँजी शिलांग से 53 कि.मी. की दूरी पर है।
- मेघालय में हर कहीं पारिवारिक व्यवस्था मातृसत्तात्मक है।
- चेरापूँजी समुद्र की सतह से कोई तेरह सौ मीटर ऊपर है।
- खासियों को समाज में सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है।
V. जोड़कर लिखिए :
1 | चेरापूँजी की सड़कें | कुहरे से घिरी हुई हैं। |
2 | तमाम दुकानों पर | स्त्रियाँ सौदा बेचती हैं। |
3 | चेरापूँजी में | साल भर वर्षा होती रहती है। |
4 | नोंगक्रेम | खांसी लोगों का प्रमुख नृत्य है। |
5 | बेहडेनखलाम | जयंतिया पहाड़ियों का उत्सव है। |
VI. ‘बे’ उपसर्ग जोड़कर विलोम शब्द बनाइए :
उदा : हिचक x बेहिचक
- रोकटोक x बेरोकटोक
- इज्जत x बेइज्जत
- रहम x बेरहम
- ईमान x बेईमान
- कसर x बेकसर
- वफ़ा x बेवफा
- शक x बेशक
- ताज x बेताज
- सहारा x बेसहारा
- काबू x बेकाबू
VII. वाक्यों को एक क्रम से लिखिए :
- होटल से संपर्क कर कमरा निर्धारित करना।
- छुट्टी लेना।
- कपड़े, सामान बाँध लेना।
- यात्रा स्थल को चुनना।
- बस या रेल में आरक्षण की व्यवस्था कर लेना।
उत्तर :
- यात्रा स्थल को चुनना।
- बस या रेल में आरक्षण की व्यवस्था कर लेना।
- होटल से संपर्क कर कमरा निर्धारित करना।
- छुट्टी लेना।
- कपड़े, सामान बाँध लेना।
VIII. प्रकृति के अन्य लाभों की सूची :
- पानी
- मिट्टी
- पर्वत
- सूर्य
- हवा
- पेड़
- नदी
- सागर
- समुद्र
IX. संकेत बिंदुओं के आधार पर यात्रा का वर्णन कीजिए :
1. कहाँ गए थे ?
मौसूरु गए थे।
2. किसके साथ गए थे ?
अपने माता-पिता के साथ गए थे।
3. कब गए थे?
अप्रैल के महीने में गए थे।
4. कैसे गए थे?
रेलगाड़ी में बैठकर गए थे।
5. उस स्थान में क्या-क्या देखा?
उस स्थान में मैसूरु राजमहल, के. आर. एस. आदि जगहों को देखा।
6. विशेष अनुभव
मैसूरु प्राणी संग्रहालय में हमने कई तरह के पक्षी तथा अनेक जीवीत जानवरों को देखा।
X. अतिवृष्टि तथा अनावृष्टि से संबंधित तालिका :
अतिवृष्टि | अनावृष्टि |
1. बाढ़ आती है | 1. पानी नहीं मिलता |
2. घर गिर जाते हैं | 2. सूखा पड़ता है |
3. फसल बर्बाद होती है | 3. पेड़ – पौधे सूख जाते हैं |
XI. चुटकुला :
एक आदमी सड़क पर जा रहा था। तभी वर्षा होने लगी। रुकने के बाजाय घर जल्दी पहुँचने की आशा में वह चलता ही रहा। कुछ दूर चलाने पर पैर फिसल जाने के कारण गिर गया। उसी समय आकाश में बिजली चमकी।
वह आदमी बड़बड़ाया- ” हे भगवान ! तुम भी अच्छा मजाक कर लेते हो। पहले तो मुझे कीचड़ में गिरा दिया और फिर ऊपर से फोटो भी खींच लिया। ”
इसी प्रकार वर्षा से संबंधित और कुछ चुटकूलें संग्रहीत कीजिए।
XII. Cherrapunji se aaya hu lesson – अनुरूपता :
- कर्नाटक : बेंगलूरु :: मेघालय : शिलांग
- राजस्थान : रेत का प्रदेश :: मेघालय : वर्षा का प्रदेश
- मणिपुर : इम्फाल :: बाँग्लादेश : ढाका
- नोंगक्रेम : नृत्य :: बेहाडेनखलाम : उत्सव
Cherrapunji se aaya hu lesson :
मेघालय यानी बादलों का घर।
और मेघालय की राजधानी शिलंग, एक हरा-भरा पर्वतीय नगर, जहाँ हर वक्त बादल उमड़ते घुमड़ते रहते हैं। इतना बड़ा, स्वच्छ, सुंदर पर्वतीय नगर उत्तर भारत में कहीं नहीं है। ऐसा हरीतिमा भी शायद ही कहीं देखने को मिले। शिलंग से चेरापूँजी की ओर जाता मार्ग दोनों ओर पहाड़ों और दरख्तों से पटा पड़ा है। यह ऊँचा-नीचा सर्पाकार रास्ता। रास्ते को पार करते हुए दिखाई पड़ते हैं बादल, बहती है सुहानी हवा और कभी-कभी हो जाती है बूंदाबांदी।
हमारी जीप शिलंग से 53 किलोमीटर दूर चेरापूंजी की ओर बढ़ रही है। मेरे साथ राज्य के एक अधिकारी श्री संगमा और उनके दो दोस्त बैठे हैं। मैं जीप की खिड़की बंद करते हुए संगमा से पूछता हूँ, “क्या साल भर यहाँ वर्षा होती रहती है?” ‘जी हाँ।”
संगमा कहते हैं “आपको जानकर ताज्जुब होगा कि मेघालय में खपत से ज्यादा पनबिजली का उत्पादन होता है। हम अतिरिक्त बिजली अन्य राज्यों को दे देते हैं। ‘ऐसा?” मैं सचमुच आश्चर्य से पूछता है। संगमा कहते हैं “वैसे यदि यहाँ सभी गाँव बिजली से जगमगा उठें, तो भी अतिरिक्त बिजली का उत्पादन होता रहेगा।”
हम पहाड़ों को निहारते हुए आगे बढ़ रहे हैं। सड़क के उस पार पहाड़ी कुहरे से घिरी हुई है। तीन पर्वतीय अंचलों में बंटा हुआ है मेघालय खासी
पर्वत, गारो पर्वत और जयंतिया पर्वत। और इन्हीं तीन पर्वतीय अंचलों से बने हैं पाँच जिले। हर अंचल की अपनी अलग संस्कृति है, रीति-रिवाज़, पर्व- उत्सव हैं, लेकिन हर कहीं पारिवारिक व्यवस्था मातृसत्तात्मक है भूमि, धन, संपत्ति सब माँ से बेटी को मिलती हैं।
स्त्री का यहाँ वर्चस्व है, यह अहसास गुवाहाटी से मेघालय की सीमा में घुसने के साथ ही होने लगता है। तमाम दुकानों पर स्त्रियाँ सौदा बेचती और बेहिचक बतियाती दिखाई देती हैं। शिलंग में भी उन्हें दुकानों पर बैठे देखा जा सकता है। शायद यह स्थिति पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में भी है, भले ही वहाँ मातृसत्तात्मक परिवार व्यवस्था न हो। कुछ साल पहले मणिपुर की राजधानी इम्फाल में भी यही सब देखा था। स्त्रियों का पूरा का पूरा बाज़ार ही है वहाँ, जिसे ‘माइती बाज़ार’ कहते हैं यानी माँ का बाज़ार।
दिन भर सामान की बिक्री कर शाम को अपने-अपने घर लौटती हैं। किसी प्रकार का वर्ग-भेद नहीं। यानी अमीर घरों की खियाँ भी इस ‘माइती बाज़ार’ में मिल जाएँगी और गरीब घरों की स्त्रियाँ भी। तभी एक मोड़ निकलने पर चेरापूंजी का छोटा-सा बाज़ार दिखाई पड़ता है। और इस बाज़ार में भी दुकानों पर बैठी हैं महिलाएँ-फिर चाहे दुकान फल-सब्जियों की हो या चाय की। हम आगे बढ़ जाते हैं।
कुछ आगे बढ़कर संगमा ने जीप रुकवा दी। हम सभी नीचे उतर गए। सामने दिखाई पड़ रहा है नोहशंगथियांग प्रपात जो ‘मॉसमाई’ प्रपात के नाम से लोकप्रिय है। ऊँचे पहाड़ से सैंकड़ों फुट नीचे पानी लगातार, बेरोकटोक गिर रहा है। “वह देखिए, सामने रहा बाँग्लादेश।” संगमा के साथियों में से एक कहता है।
अभी-अभी, जब जीप से उतरे थे, हल्की धूप थी और अभी क्षण- भर बाद ही, बादल घिरे और हल्की हल्की वर्षा होने लगी। मैं संगमा के आगे अपना पुराना सवाल दुहराता हूँ, “क्या साल-भर यहाँ वर्षा होती रहती है?” संगमा हँसते हुए कहते हैं, “पंत साहब, यह चेरापूंजी है।”
हाँ, खयाल आया, यह चेरापूँजी है मीटर ऊपर, जो विश्व में सबसे अधिक वर्षा समुद्र की सतह से कोई तेरह सौ वाले स्थान के लिए प्रसिद्ध है। हम लोग कभी कलकल छलछल करते प्रपात को निहार रहे हैं, कभी पानी से घिरे बाँग्लादेश के भूभाग को।
वर्षा फिर बन्द हो गई है। धूप फिर खिल आई है।
इसी तरह वर्षा, धूप, कोहरे की लुका छिपी का खेल चलता रहता है यहाँ।
हम लोग अब जीप में बैठकर लौट रहे हैं। संगमा रास्ते में खासी, जयंतिया और गारो पहाड़ियों के लोगों के बारे में बताने लगते हैं। वे कहते हैं “खासियों को यहाँ सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। करीब छः लाख गारो लोगों की मातृभूमि है गारो पर्वतमालाएँ। यह माना जाता है कि गारो समूह बोडो जाति का अंग है। नोंगक्रेम खासियों का प्रमुख नृत्य है। जयंतिया पहाड़ियों के उत्सव का नाम है बेहडेनखलाम।”
आगे चलकर एक स्थान पर जीप रुकती है। हम उतरते हैं। बगल में एक गोलाकार विशाल पत्थर है। संगमा बताते हैं, “यह प्राकृतिक शिवलिंग है। सचमुच यह प्रकृति का आश्चर्य है।” और आश्चर्य तो मॉसमाई गाँव की गुफाएँ भी हैं। हमारि जीप इन गुफाओं के पास रुकती है।
“गुफाएँ इतनी अँधेरी हैं कि मशाल या टॉर्च जलाए बिना उनमें प्रवेश नहीं कर सकते।” संगमा का एक साथी कहता है। हमने मशालें जला ली हैं और हम गुफाओं के अंदर आगे बढ़ रहे हैं। अगल-बगल, ऊपर-नीचे पत्थर ! सदियों से ये गुफाएँ इसी तरह हैं और दूर, बहुत दूर तक चली गई हैं। हम लोग कुछ दूर जाकर लौट पड़ते हैं जैसे आश्चर्यलोक से लौट रहे हैं।
Cherrapunji se aaya hu lesson summary in Hindi :
मेघालय एक ऐसा राज्य है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है। लेखक ने अपनी यात्रा के दौरान मेघालय की कई खूबसूरत जगहों का दौरा किया है और अपने अनुभवों को शब्दों में पिरोया है।
प्राकृतिक सौंदर्य :
- पहाड़ और घाटियां: मेघालय के पहाड़ और घाटियां हरी-भरी वनस्पतियों से ढके हुए हैं। ये पहाड़ियाँ इतनी ऊंची हैं कि लगता है मानो बादलों को छू रही हों।
- झरने: मेघालय में कई खूबसूरत झरने हैं, जिनमें से मॉसमाई प्रपात सबसे प्रसिद्ध है। यह झरना अपनी ऊंचाई और शक्ति के लिए जाना जाता है।
- गुफाएं: मेघालय की गुफाएं प्रकृति के अद्भुत नज़ारे हैं। इन गुफाओं में अंधेरा इतना घना होता है कि मशाल या टॉर्च के बिना अंदर जाना मुश्किल होता है।
सांस्कृतिक विविधता :
- जनजातियाँ: मेघालय में कई जनजातियाँ रहती हैं, जैसे कि खासी, गारो और जयंतिया। इन जनजातियों की अपनी अलग संस्कृति, रीति-रिवाज और भाषा है।
- महिलाओं का वर्चस्व: मेघालय में महिलाओं को बहुत सम्मान दिया जाता है। यहां महिलाएं घर के साथ-साथ बाहर भी काम करती हैं और समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
यात्रा का अनुभव :
लेखक ने अपनी यात्रा के दौरान मेघालय के लोगों की मेहमाननवाजी का अनुभव किया है। उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ बातचीत की और उनकी संस्कृति के बारे में जाना। लेखक ने यह भी बताया है कि मेघालय में प्रकृति के करीब होने का अनुभव कैसा होता है।
यात्रा के दौरान किए गए गतिविधियाँ :
लेखक ने अपनी यात्रा के दौरान कई गतिविधियाँ की हैं, जैसे कि:
- पहाड़ों पर चढ़ना: मेघालय के पहाड़ों पर चढ़ना एक रोमांचक अनुभव है।
- झरनों के पास बैठकर प्रकृति का आनंद लेना: मेघालय के झरनों के पास बैठकर प्रकृति का आनंद लेना एक शांतिपूर्ण अनुभव है।
- गुफाओं का पता लगाना: मेघालय की गुफाओं का पता लगाना एक रोमांचक अनुभव है।
- स्थानीय बाजारों से खरीदारी करना: मेघालय के स्थानीय बाजारों से हस्तशिल्प और अन्य चीजें खरीदना एक अच्छा अनुभव है।
कुल मिलाकर, मेघालय एक ऐसा राज्य है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है। यदि आप प्रकृति के करीब जाना चाहते हैं और एक नए संस्कृति का अनुभव करना चाहते हैं, तो मेघालय आपके लिए एक आदर्श जगह है।
Cherrapunji se aaya hu lesson summary in Kannada :
ಮೇಘಾಲಯವು ತನ್ನ ನೈಸರ್ಗಿಕ ಸೌಂದರ್ಯ ಮತ್ತು ಸಾಂಸ್ಕೃತಿಕ ವೈವಿಧ್ಯತೆಗೆ ಹೆಸರುವಾಸಿಯಾದ ಒಂದು ರಾಜ್ಯವಾಗಿದೆ. ಲೇಖಕರು ತಮ್ಮ ಪ್ರವಾಸದ ಸಮಯದಲ್ಲಿ ಮೇಘಾಲಯದ ಅನೇಕ ಸುಂದರ ಸ್ಥಳಗಳಿಗೆ ಭೇಟಿ ನೀಡಿ ತಮ್ಮ ಅನುಭವಗಳನ್ನು ಮಾತುಗಳಲ್ಲಿ ಬಣ್ಣಿಸಿದ್ದಾರೆ.
ನೈಸರ್ಗಿಕ ಸೌಂದರ್ಯ :
- ಪರ್ವತಗಳು ಮತ್ತು ಕಣಿವೆಗಳು: ಮೇಘಾಲಯದ ಪರ್ವತಗಳು ಮತ್ತು ಕಣಿವೆಗಳು ಹಸಿರು ಹುಲ್ಲುಗಾವಲುಗಳಿಂದ ಆವೃತವಾಗಿವೆ. ಈ ಪರ್ವತಗಳು ತುಂಬಾ ಎತ್ತರವಾಗಿದ್ದು ಮೋಡಗಳನ್ನು ತಲುಪುತ್ತಿವೆ ಎಂದು ತೋರುತ್ತದೆ.
- ಜಲಪಾತಗಳು: ಮೇಘಾಲಯದಲ್ಲಿ ಅನೇಕ ಸುಂದರ ಜಲಪಾತಗಳಿವೆ, ಅವುಗಳಲ್ಲಿ ಮಾಸೈಮೈ ಜಲಪಾತವು ಅತ್ಯಂತ ಪ್ರಸಿದ್ಧವಾಗಿದೆ. ಈ ಜಲಪಾತವು ತನ್ನ ಎತ್ತರ ಮತ್ತು ಶಕ್ತಿಗಾಗಿ ಹೆಸರುವಾಸಿಯಾಗಿದೆ.
- ಗುಹೆಗಳು: ಮೇಘಾಲಯದ ಗುಹೆಗಳು ಪ್ರಕೃತಿಯ ಅದ್ಭುತ ದೃಶ್ಯಗಳಾಗಿವೆ. ಈ ಗುಹೆಗಳಲ್ಲಿ ಅಂಧಕಾರ ತುಂಬಾ ದಟ್ಟವಾಗಿರುತ್ತದೆ, ದೀಪ ಅಥವಾ ಟಾರ್ಚ್ ಇಲ್ಲದೆ ಒಳಗೆ ಹೋಗುವುದು ಕಷ್ಟ.
ಸಾಂಸ್ಕೃತಿಕ ವೈವಿಧ್ಯತೆ :
- ಜನಾಂಗಗಳು: ಮೇಘಾಲಯದಲ್ಲಿ ಅನೇಕ ಜನಾಂಗಗಳು ವಾಸಿಸುತ್ತವೆ, ಉದಾಹರಣೆಗೆ, ಖಾಸಿ, ಗಾರೋ ಮತ್ತು ಜೈಂತಿಯಾ. ಈ ಜನಾಂಗಗಳ ತಮ್ಮದೇ ಆದ ಸಂಸ್ಕೃತಿ, ಆಚಾರಗಳು ಮತ್ತು ಭಾಷೆ ಇದೆ.
- ಮಹಿಳೆಯರ ಪ್ರಾಬಲ್ಯ: ಮೇಘಾಲಯದಲ್ಲಿ ಮಹಿಳೆಯರಿಗೆ ಹೆಚ್ಚಿನ ಗೌರವವನ್ನು ನೀಡಲಾಗುತ್ತದೆ. ಇಲ್ಲಿ ಮಹಿಳೆಯರು ಮನೆಯ ಜೊತೆಗೆ ಹೊರಗೂ ಕೆಲಸ ಮಾಡುತ್ತಾರೆ ಮತ್ತು ಸಮಾಜದಲ್ಲಿ ಪ್ರಮುಖ ಪಾತ್ರ ವಹಿಸುತ್ತಾರೆ.
ಪ್ರವಾಸದ ಅನುಭವ:
ಲೇಖಕರು ತಮ್ಮ ಪ್ರವಾಸದ ಸಮಯದಲ್ಲಿ ಮೇಘಾಲಯದ ಜನರ ಆತಿಥ್ಯವನ್ನು ಅನುಭವಿಸಿದ್ದಾರೆ. ಅವರು ಸ್ಥಳೀಯ ಜನರೊಂದಿಗೆ ಮಾತನಾಡಿದರು ಮತ್ತು ಅವರ ಸಂಸ್ಕೃತಿಯ ಬಗ್ಗೆ ತಿಳಿದುಕೊಂಡರು. ಲೇಖಕರು ಮೇಘಾಲಯದಲ್ಲಿ ಪ್ರಕೃತಿಯ ಹತ್ತಿರ ಇರುವ ಅನುಭವ ಹೇಗಿರುತ್ತದೆ ಎಂಬುದನ್ನು ಸಹ ವಿವರಿಸಿದ್ದಾರೆ.
ಪ್ರವಾಸದ ಸಮಯದಲ್ಲಿ ಮಾಡಿದ ಚಟುವಟಿಕೆಗಳು :
ಲೇಖಕರು ತಮ್ಮ ಪ್ರವಾಸದ ಸಮಯದಲ್ಲಿ ಅನೇಕ ಚಟುವಟಿಕೆಗಳನ್ನು ಮಾಡಿದ್ದಾರೆ, ಉದಾಹರಣೆಗೆ:
- ಪರ್ವತಗಳನ್ನು ಏರುವುದು: ಮೇಘಾಲಯದ ಪರ್ವತಗಳನ್ನು ಏರುವುದು ಒಂದು ರೋಮಾಂಚಕ ಅನುಭವವಾಗಿದೆ.
- ಜಲಪಾತಗಳ ಬಳಿ ಕುಳಿತು ಪ್ರಕೃತಿಯ ಆನಂದವನ್ನು ಅನುಭವಿಸುವುದು: ಮೇಘಾಲಯದ ಜಲಪಾತಗಳ ಬಳಿ ಕುಳಿತು ಪ್ರಕೃತಿಯ ಆನಂದವನ್ನು ಅನುಭವಿಸುವುದು ಒಂದು ಶಾಂತ ಅನುಭವವಾಗಿದೆ.
- ಗುಹೆಗಳನ್ನು ಅನ್ವೇಷಿಸುವುದು: ಮೇಘಾಲಯದ ಗುಹೆಗಳನ್ನು ಅನ್ವೇಷಿಸುವುದು ಒಂದು ರೋಮಾಂಚಕ ಅನುಭವವಾಗಿದೆ.
- ಸ್ಥಳೀಯ ಮಾರುಕಟ್ಟೆಗಳಿಂದ ಖರೀದಿಸುವುದು: ಮೇಘಾಲಯದ ಸ್ಥಳೀಯ ಮಾರುಕಟ್ಟೆಗಳಿಂದ ಹಸ್ತಕಲೆ ಮತ್ತು ಇತರ ವಸ್ತುಗಳನ್ನು ಖರೀದಿಸುವುದು ಒಂದು ಉತ್ತಮ ಅನುಭವವಾಗಿದೆ.
ಒಟ್ಟಾರೆಯಾಗಿ, ಮೇಘಾಲಯವು ತನ್ನ ನೈಸರ್ಗಿಕ ಸೌಂದರ್ಯ ಮತ್ತು ಸಾಂಸ್ಕೃತಿಕ ವೈವಿಧ್ಯತೆಗೆ ಹೆಸರುವಾಸಿಯಾದ ಒಂದು ರಾಜ್ಯವಾಗಿದೆ. ನೀವು ಪ್ರಕೃತಿಯ ಹತ್ತಿರ ಹೋಗಲು ಮತ್ತು ಒಂದು ಹೊಸ ಸಂಸ್ಕೃತಿಯನ್ನು ಅನುಭವಿಸಲು ಬಯಸಿದರೆ, ಮೇಘಾಲಯ ನಿಮಗಾಗಿ ಸೂಕ್ತ ಸ್ಥಳವಾಗಿದೆ.
Cherrapunji se aaya hu lesson summary in English :
Meghalaya is a state renowned for its natural beauty and cultural diversity. The author, having visited several picturesque locations in Meghalaya during their trip, has eloquently described their experiences.
Natural Beauty :
- Mountains and Valleys: Meghalaya’s mountains and valleys are adorned with lush greenery. These peaks are so high that they seem to touch the clouds.
- Waterfalls: Meghalaya boasts numerous stunning waterfalls, with the most famous being the Mawlynnong Falls. This waterfall is renowned for its height and power.
- Caves: Meghalaya’s caves are a marvel of nature. These caves are so dark that one needs a torch or a flashlight to navigate them.
Cultural Diversity :
- Tribes: Meghalaya is home to various tribes such as the Khasi, Garo, and Jaintia, each with their distinct culture, customs, and languages.
- Dominance of Women: Women are highly respected in Meghalaya. They actively participate in both household chores and outside employment, playing a significant role in society.
Travel Experience :
The author experienced the warm hospitality of the Meghalayan people during their trip. They interacted with the locals, learning about their culture. The author also described the feeling of being close to nature in Meghalaya.
Activities Undertaken During the Trip :
The author engaged in various activities during their trip, including:
- Mountain Climbing: Climbing the mountains of Meghalaya is a thrilling experience.
- Enjoying Nature by Sitting Near Waterfalls: Sitting near the waterfalls of Meghalaya and enjoying nature is a peaceful experience.
- Exploring Caves: Exploring the caves of Meghalaya is an adventurous experience.
- Shopping at Local Markets: Shopping for handicrafts and other items at local markets in Meghalaya is a delightful experience.
In conclusion, Meghalaya is a state celebrated for its natural beauty and cultural diversity. If you seek to immerse yourself in nature and experience a new culture, Meghalaya is the perfect destination.
Cherrapunji se aaya hu lesson – Conclusion :
प्रिय छात्रों अबतक आपने 9th Cherrapunji se aaya hu lesson notes के अंतर्गत लेखक परिचय, नए शब्दों का अर्थ, सभी प्रश्नों के उत्तर, व्याकरण से संबंधित उत्तर तथा पाठ के सारांश को हिंदी, कन्नड़ एवं अंग्रेजी भाषा में पढ़ा है।
मुझे आशा है कि आपको यह Cherrapunji se aaya hu lesson notes बहुत पसंद आया है। आपके सभी प्रश्नों के उत्तर मिल चुके हैं। आप इस लेख से संबंधित कुछ पूछना या कहना चाहते हैं तो जरूर नीचे स्क्रॉल कर कमेंट्स बाक्स में अपने विचार लिखिए।
FAQs बार – बार पूछे जानेवाले प्रश्न :
1. किस राज्य को बादलों का घर कहते हैं ?
उत्तर : मेघालय राज्य को बादलों का घर कहते हैं।
2. जीप में लेखक के साथ और कौन बैठे हैं ?
उत्तर : जीप में लेखक के साथ राज्य के एक अधिकारी श्री संगमा और दो दोस्त बैठे हैं।
3. मेघालय के तीन पर्वतीय अंचलों का नाम लिखिए।
उत्तर : मेघालय के तीन पर्वतीय अंचलों का नाम है – खासी पर्वत, गारो पर्वत तथा जयंतिया पर्वत।
4. मेघालय में हर कहीं कौन-सी पारिवारिक व्यवस्था है ?
उत्तर : मेघालय में हर कहीं मातृसत्तात्मक पारिवारिक व्यवस्था है।
5. नोहशंगथियांग प्रपात किस नाम से लोकप्रिय है ?
उत्तर : नोशंगथियांग प्रपात ‘मॉसमाई’ प्रपात के नाम से लोकप्रिय है।
6. गारो समूह किस जाति का अंग माना जाता है ?
उत्तर : गारो समूह बोडो जाति का अंग माना जाता है।
Cherrapunji se aaya hu lesson – अतिरिक्त जानकारी :
9वीं कक्षा से संबंधित इन Notes को जरूर पढ़ें:
- Jay Jay Bharat Mata Notes/9th amazing notes/Rk Karnataka Hi
- Gulab singh notes/9th Hindi amazing notes/Rk Karnataka Hindi
- Swami vivekananda lesson notes / class 9th / hindi important
- Anushasan hi shasan hai poem notes / amazing 9th hindi notes
- 9th class hindi Mausi lesson question answer / प्रश्न उत्तर