Tulsi ke dohe notes/तुलसी के दोहे/very important notes-2024

इस पोस्ट में Tulsi ke dohe notes को बहुत ही अच्छी तरह से लिखा गया है । जैसे : एक वाक्य, दो-तीन वाक्य के उत्तर, भावार्थ लेखन के उत्तर, जोड़कर लिखिए, कविता पूर्ण कीजिए, विलोम शब्द आदि को बहुत ही विस्तार से लिखा गया है ।

यह Tulsi ke dohe notes वार्षिक परीक्षा के लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है। सौ प्रतिशत अंक पाने के लिए यह नोट्स अत्यधिक महत्वपूर्ण है। आप इस लेख के माध्यम से इस तुलसी के दोहे कविता से संबंधित सभी अभ्यास प्रश्नों के उत्तर प्राप्त करेंगे। तो चलिए इस Tulsi ke dohe notes को पढ़ना प्रारंभ करते हैं।

Tulsi ke dohe notes

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Tulsi ke dohe notes

I. Tulsi ke dohe notes एक वाक्य के उत्तर :

1. तुलसीदास मुख को क्या मानते हैं ?

उत्तर : तुलसीदास मुख को मुखिया मानते हैं ।

2. मुखिया को किसके समान रहना चाहिए ?

उत्तर : मुखिया को मुँह के समान रहना चाहिए ।

3. हंस का गुण कैसा होता है ?

उत्तर : हंस पानी को छोडकर सिर्फ दूध को अपनाता है ।

4. मुख किसका पालन-पोषण करता है ?

उत्तर : मुख शरीर के सारे अंगों का पालन-पोषण करता है ।

5. दया किसका मूल है ?

उत्तर : दया धर्म का मूल है ।

6. तुलसीदास किस शाखा के कवि हैं ?

उत्तर : तुलसीदास रामभक्ति शाखा के कवि हैं ।

7. तुलसीदास के माता-पिता का नाम क्या था ?

उत्तर : तुलसीदास के पिता का नाम आत्माराम और माता का नाम हुलसी था ।

8. तुलसीदास के बचपन का नाम क्या था ?

उत्तर : तुलसीदास के बचपन का नाम रामबोला था ।

9. पाप का मूल क्या है ?

उत्तर : पाप का मूल अभिमान है ।

10. तुलसीदास के अनुसार विपत्ति के साथी कौन हैं ?

उत्तर : तुलसीदास के अनुसार विपत्ति के साथी विध्या, विनय और विवेक हैं ।

II. Tulsi ke dohe notes दो-तीन वाक्य के उत्तर:

1. मुखिया को मुख के समान होना चाहिए। कैसे?

उत्तर : जिस प्रकार मुँह खाने-पीने का काम अकेला करता है और उससे ही शरीर के सारे अंगों का पालन-पोषण होता है। उसी प्रकार मुखिया को विवेकवान होकर सबके हित
में काम करना चाहिए ।

2. मनुष्य को हंस की तरह क्या करना चाहिए ?

उत्तर : जैसे हंस पानी को त्याग कर दूध को स्वीकार लेता है। उसी प्रकार मनुष्य को भी संसार में निहित दोषों एवं विकारों को छोडकर दूध रुपी अच्छे गुणों को अपनाना
चाहिए ।

3. मनुष्य के जीवन में प्रकाश कब फैलता है ?

उत्तर :- राम नाम को जपने से मानव की आंतरिक और बाह्य शुध्दि होती है, ऐसे करने से मनुष्य के जीवन में चारों ओर प्रकाश फैलता है ।

Tulsi ke dohe notes video

Source : Rk Karnataka Hindi

III. Tulsi ke dohe notes अनुरूपता :

1. दया : धर्म का मूल :: पाप : अभिमान का मूल

2. परिहरि : त्यागना :: करतार : सृष्टिकर्ता

3. जीह : जीभ :: देहरी : दहलीज़

IV. Tulsi ke dohe notes भावार्थ लेखन:

1. मुखिया मुख सों चाहिए, खान पान को एक ।
पालै पोसै सकल अँग, तुलसी सहित विवेक ॥

भावार्थ :

तुलसीदास मुख और मुखिया के स्वभाव की समानता बताते हुए कहते हैं कि जिस प्रकार मुँह खाने-पीने का काम अकेला करता है और उससे ही शरीर के सारे अंगों का पालन-पोषण होता है। उसी प्रकार मुखिया को विवेकवान होकर सबके हित में काम करना चाहिए ।

2. तुलसी साथी विपत्ति के विध्या विनय विवेक ।
साहस सुकृति सुसत्यव्रत राम भरोसो एक ॥

भावार्थ :

प्रस्तुत दोहे में तुलसीदास कहते हैं कि जब मनुष्य पर संकट आता है तो तब विद्या, विनय और विवेक ही उसका साथ निभाते हैं। जो व्यक्ति राम पर भरोसा करता है, वह साहसी,
सत्यव्रती और सुकृतवान बनता है।

VI. Tulsi ke dohe notes जोड़कर लिखिए :

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tulsi ke dohe notes match word
     अ                  आ
  1. विश्व कीन्ह         करतार
  2. परिहरि वारि      विकार
  3. जब लग घट      में प्राण
  4. सुसत्यव्रत         राम भरोसो एक

VII. पूर्ण कीजिए :

  1. मुखिया मुख सों चहिए, खान पान को एक।
  2. पलै पोसै सकल अंग, तुलसी सहित विवेक।
  3. राम नाम मनि दीप धरु, जीह देहरी द्वार
  4. तुलसी भीतर बहिरौ, जो चाहसी उजियार।

VIII. उचित विलोम शब्द पर सही ( √ ) का निशान लगाइए :

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Tulsi ke dohe notes vilom shabd
  1. विवेक -सेवक -अविवेक
  2. दया-निर्दया- शुभोदया
  3. धर्म -मर्म -अधर्म
  4. विकार -अविकार -संस्कार
  5. विनय -सविनय -अविनय

Conclusion

इस tulsi ke dohe notes के अंतर्गत आपने एक अंक से लेकर दो-तीन अंक, भावार्थ लेखन, जोड़कर लिखिए, विलोम शब्द आदि अभ्यास प्रश्नों के लिए सबसे बेहतर उत्तरों को पढ़ा है । इसके बावजूद भी आपके कोई संदेह या सुझाव हो तो जरूर कमेंट बाक्स में लिखिएगा ।

इन Notes को जरूर पढ़िए 

Tulsidas के जीवन के बारे में जानने के लिए निम्न लिंक पर जा सकते हैं  ।

FAQs (बार – बार पूछे जानेवाले प्रश्न)

  1. 1. तुलसीदास मुख को क्या मानते हैं ?

    उत्तर : तुलसीदास मुख को मुखिया मानते हैं ।

  2. 2. मुखिया को किसके समान रहना चाहिए ?

    उत्तर : मुखिया को मुँह के समान रहना चाहिए ।

  3. 3. हंस का गुण कैसा होता है ?

    उत्तर : हंस पानी को छोडकर सिर्फ दूध को अपनाता है ।

  4. 4. मुख किसका पालन-पोषण करता है ?

    उत्तर : मुख शरीर के सारे अंगों का पालन-पोषण करता है ।

  5. 5. दया किसका मूल है ?

    उत्तर : दया धर्म का मूल है ।

  6. 6. तुलसीदास किस शाखा के कवि हैं ?

    उत्तर : तुलसीदास रामभक्ति शाखा के कवि हैं ।

  7. 7. तुलसीदास के माता-पिता का नाम क्या था ?

    उत्तर : तुलसीदास के पिता का नाम आत्माराम और माता का नाम हुलसी था ।

  8. 8. तुलसीदास के बचपन का नाम क्या था ?

    उत्तर : तुलसीदास के बचपन का नाम रामबोला था ।

  9. 9. पाप का मूल क्या है ?

    उत्तर : पाप का मूल अभिमान है ।

  10. 10. तुलसीदास के अनुसार विपत्ति के साथी कौन हैं ?

    उत्तर : तुलसीदास के अनुसार विपत्ति के साथी विध्या, विनय और विवेक हैं ।

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